कोरोना का असर
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के कारण बंद पड़े केंद्रीय विद्यालयों में अब पहली से आठवीं तक के सभी बच्चों को पास किया जाएगा। केंद्रीय विद्यालय संगठन ने मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा कानून 2009 के प्रावधानों के तहत बच्चों को अगली कक्षाओं में प्रमोट करने का फैसला किया है। चालू सत्र 2019-20 की परीक्षाओं में भले ही बच्चा उपस्थित रहा हो या अनुपस्थित, उसे उत्तीर्ण करके अगली कक्षा में भेजा जाएगा। विद्यार्थी का रिजल्ट अभिभावकों को ई-मेल, वाट्सएप और एसएमएस के माध्यम से भेज दिया जाएगा।
केंद्रीय विद्यालय संगठन में संयुक्त आयुक्त (ट्रेनिंग एंड फाइनेंस) डॉ. ई. प्रभाकर की ओर से केंद्रीय विद्यालय के सभी क्षेत्रीय कार्यालयों के डिप्टी कमिश्नर को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं। इसके अनुसार पहली से आठवीं तक के प्रत्येक विद्यार्थी को अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जाए। चाहे छात्र परीक्षा में उपस्थित हुआ था या नहीं। पहली से दूसरी कक्षा के छात्रों को मासिक टेस्ट में उनके प्रदर्शन के आधार पर अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा, जबकि तीसरी से आठवीं तक के छात्रों को जिस विषय की परीक्षा में वह उपस्थित नहीं हो सके उसमें वेटेज देते हुए अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा।
यदि पहली से आठवीं तक के बच्चों को रिजल्ट में ई ग्रेड प्राप्त होता है तब भी बिना किसी सुधारात्मक टेस्ट लिए उन्हें अगली कक्षा में प्रमोट करना है। स्कूल खुलने पर यदि अभिभावक रिजल्ट देखना चाहेंगे तो उन्हें दिखा दिया जाएगा। कोरोना वायरस के कारण केवी में भी कुछ कक्षाओं की परीक्षाएं पूरी नहीं हुई थीं। इसके बाद अगले माह शुरू होने वाले सत्र से पहले बच्चों को प्रमोट करने का फैसला किया है।