आंधी में नहीं टिक पाया हांफने लगा हाथी भी, 27 वर्षों में बसपा का दिल्ली में सबसे खराब प्रदर्शन

 


आंधी में नहीं टिक पाया हांफने लगा हाथी भी, 27 वर्षों में बसपा का दिल्ली में सबसे खराब प्रदर्शन





सार


-27 वर्षों में बसपा का दिल्ली में सबसे खराब प्रदर्शन
-25 से अधिक सीटों पर नोटा ने हराया, बदरपुर सीट पर दी टक्कर

 

विस्तार


दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में झाड़ू की आंधी हुई इस कदर चली कि हाथी(बसपा) भी दूर दूर तक मैदान में नहीं टिक सके। पिछले 27 वर्षों में बहुजन समाजवादी पार्टी(बसपा)का दिल्ली में सबसे खराब प्रदर्शन रहा। पार्टी को सभी सीटों पर कुल 0.71 फीसदी वोट मिले। बाबरपुर सीट पर बसपा प्रत्याशी को महज 211 वोट मिले जबकि 25 से अधिक सीटों पर पार्टी नोटा से भी पीछे खिसक गई।
 

विधानसभा चुनाव में शाहीन बाग, बिजली, पानी और बसों में महिलाओं को मुफ्त सफर की सुविधाओं की वजह से मतदाताओं पर कुछ इस कदर हावी रहा कि मतदान का रुख एकतरफा हो गया।

राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक इस आंधी में बसपा कुछ इस कदर फिसली की पार्टी को दिल्ली में एक फीसदी से भी कम वोट मिले। बसपा ने 70 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे जिनमें 12 आरक्षित सीटों पर पार्टी को दलित वोटरों का समर्थन मिलने की उम्मीद थी। लेकिन उन सीटों पर भी बसपा प्रत्याशियों का जादू नहीं चल पाया।

तीन सीटों पर कांग्रेस से रही आगे 
बदरपुर में कांग्रेस प्रत्याशी से आठ हजार वोट से आगे रहे जबकि संगम विहार में भी बसपा का प्रदर्शन बेहतर रहा। गोकुलपुर में भी कांग्रेस को 420 जबकि बसपा को 4599 वोट मिले। पार्टी को सभी सीटों पर कुल 72400 वोट मिले हैं।

इससे पहले कांग्रेस को मिले वोट प्रतिशत 
वर्ष         वोट प्रतिशत
1993            1.88 
1998            5.76 
2003            8.96 
2007            14.05
2013            5.35
2015            1.30 
2020            0.71